आधुनिकता के दौर में डिजिटल शिक्षा जरूरी नहीं मजबुरी है : निदेशक
Digitalnews24/बैजनाथ महतो
बरही । विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पर हजारीबाग रोड स्थित यूनियन बैंक के उपरी तल्ले पर अवस्थित सॉफ्टेक कंप्यूटर एजुकेशन में डिजिटल शिक्षा अनिवार्य क्यों विषय पर परिचर्चा आयोजित किया गया. जिसमे केंद्र कर्मी सहित दर्जनों विद्यार्थी शामिल हुए. विद्यार्थियों ने कंप्यूटर ऊर्फ डिजिटल शिक्षा के महत्व पर परिचर्चा करते हुए इसे आज का लाइफलाइन बताया. केंद्र की छात्रा अमृता ने बताया कि वह समय दूर नही जब लोग गुड मॉर्निंग से गुड नाईट के कार्य डिजिटली करेंगे. अजमेरी ने कहा कि बाजार को काम हो यह घर का सभी जगह डिजिटल कार्य हो रहे है. नूपुर ने कहा कि आज ई बाजार और ई पेमेंट गेटवे काफी विकसित हो चुका है. ऐसे में डिजिटल शिक्षा के अभाव में हम साइबर ठग के शिकार हो रहे है. छात्र जय किशन से इसे अनिवार्य श्री बताते हुए सभी को सीखने की नसीहत दिया. अन्य दर्जनों विद्यार्थियों ने भी कंप्यूटर शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि जो विद्यार्थी इस अनिवार्य शिक्षा से वंचित होगा वह पढ़कर भी निरक्षर है. लैब प्रशिक्षक रोहित कुमार ने कहा कि कंप्यूटर हमारे जीवन का आधार बन चुका है. हर एक विद्यार्थी या व्यक्ति को डिजिटल शिक्षा लेना ही होगा. सेंटर मैनेजर रूमी कुमारी ने बताया कि डिजिटल एजुकेशन किसी भी कार्य को पारदर्शी बनाता है. भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए डिजिटल शिक्षा का प्रसार अनिवार्य है. केंद्र निदेशक जयदीप कुमार सिन्हा ने कहा कि जिस प्रकार जीने के लिए सांस आवश्यक है, ठीक उसी प्रकार आधुनिक समय में डिजिटल ऊर्फ कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य है. अन्यथा लोगो को अपने काम के लिए दूसरे पर निर्भर रहना होगा, जिसमे ठगीपन की संभावनाएं बढ़ेंगी. उन्होंने कहा कि कम से कम लोगो को कंप्यूटर साक्षर होना अनिवार्य है. बच्चे हो या बूढ़े अथवा स्त्री या पुरुष सभी को डिजिटल साक्षर होना ही होगा. मौके पर निदेशक ने 999 योजना की शुरुआत किया. जिसके तहत कोई भी विद्यार्थी या व्यक्ति अथवा महिला मात्र 999/- रुपए में कंप्यूटर का प्रशिक्षण ले सकते है. यह योजना सीमित समय और सीमित विद्यार्थी के लिए ही सीमित है. कार्यक्रम में नूपुर कुमारी, अजमेरी प्रवीण, साक्षी कुमारी, जयकिशन कुमार,इशरत प्रवीण, अमृता कुमारी, सिंधु कुमारी, मुस्कान कुणारी, पुष्पा कुमारी, स्वाति कुमारी, रुखसार प्रवीण, अंजली कुमारी, जुली कुमारी, मनीषा कुमारी, भोला कुमार, रोहित कुमार, रूमी कुमारी आदि दर्जनों छात्र छात्राएं मौजूद थे.